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  1. maa

    अपने पसंद का तोह कुछ भी नहीं बनाती ...वही खाती जो मुझे पसंद है

  2. तुम्हारा फूटा पिम्पल' is par hamne phone par kayi ghanto tak baat kee hai

  3. मुँह में रजाई के बाल



  4. दिल में ढेर सारा ईंधन लिए तुम्हारी ओर आ रहा हूँ.... सोचता हूँ अगर प्यार का destination न मिला तो वापस कैसे जाऊंगा ?

  5. h2oaudiomadonna-345x487
    वो इतनी इन्तेरेस्तिंग थी की उसकी फ़ोन पर की गयी बातो को मैंने अपना article बना लिया.
    उस का नाम इतना मीठा था की पुकारते पुकारते मुझे sugar हो गया.
    उस का attitude इतना था की उसे मनाते मनाते मुझे migrane हो गया.
    सोचता हूँ ब्रेक ले लू, वरना मुझे Insomnia हो जाएगा.
      

  6. .

    मैंने आज तुम्हे हाई रेस high defination (HD) सपने में देखा. छवि इतनी प्यारी थी कि होंटो पर बनी पतली पतली लकीरे भी साफ़ नज़र आ रही थी. ज्यादा जूम इन करने पर पता चला कि आँखे झील सी गहरी है.

  7.  

    पुरानी फिल्मो में हीरो heroine बारिश में जब गलती से रास्ता भटक जाते है तो उन्हें होटल में एक ही कमरा मिलता है. मजबुरन लड़की को अपने चुन्नी के कपड़े की दिवार बनानी पड़ती है . बिजली कडकती है और गाना शुरू हो जाता है और दोनो को प्यार हो जाता है. पूरी फिल्म में इ


  8. मै चाहता हूँ की तुम mature बनो ताकि जब मै लरु तो तुम चुप होए जाओ रात मै जब मुझे इस बात का एहसास हो की मै कितना कमीना हूँ और तुम कितनी भोली तो तुम से आकर sorry बोलू और तुम हँसकर "इट्स ओके " कह कर टाल दो..तुम थककर चूर होने पर भी घर के सारी ज़िमेदारी संभालती रहो और मुझे देखकर मुस्कुराती रहो और कोने के couch मै पड़ा सुस्ताता रहू ..बाद मै मुझे इस बात का एहसास हो की मै कितना कमीना हूँ और तुम कितनी भोली ...मै चाहता हूँ की तुम mature बनो ताकि जब मै लरु तो तुम चुप होए जाओ.

  9. रे ज़माने का एक मशहूर कलाकार शाहरुख खान एक self-obsessed परसन था. कहता था ओनली Elite People और सेलेबब्रिटी TAG Heuer Watches पहनते है. बिल्लू बारबर film थी या तीनघंटे की ad (देखो मै कितना famous हूँ). अपने पुरानी फिल्म के pasandida लाइन अपने दुसरे film में बोलनाउसका शौख था. ओह या "माय नेम इस खान" (तुम्हारे कौम के ऊपर नहीं ..ये तुम्हारे ऊपर फिल्म थी )





  10. रोज़ सुबह 6 .30, एक लम्बी पतली सी धूप मेरे दरवाज़े के नीचे से खिसकते हुए मेरे चहरे  पर चढ़ जाती है.

  11. थोडा तुम मुझ में हो थोडा मै तुम में हूँ

    तुम ने मेरे हर एक चीज़ को पसंद किया है ..यहाँ तक की मेरी बासी कविअताओ ( जिन में मात्राए भी गलत होती है) पर भी कमेंट्स किये है...
    सी पी के भीड़ भाड़ वाले सेंट्रल पार्क मै जब हम दोनों जाते है तो लगता है वहा सिर्फ तुम और मै हूँ ..और कोई नहीं ...
    तुम्हे देखते ही लाइफ SLOW MOTION में अा जाती है और बाकि चीज़े FAST FORWARD ( जो अक्सर फिल्मो में होता है) ...
    सुना है तुम ने अपने बाल STRAIGHT करा लिए है ...

  12. Britney  Spears  का जन्म मोरादाबाद में हुआ था और विल स्मिथ आजमगढ़ के रहने वाले थे. हिलारी DUFF का जन्म बुलंदशहर के एक कसबे में हुआ था और D.A.V.  कॉलेज में बाकि कि शिक्षा प्राप्त की जहा उनकी मुलाकात हन्ना मोंटाना (MILEY) से हुई जो पास ही के गाव के सरपंच की बेटी थी.दोनों   ने बाद में मिलकर लखनऊ में अपना पहला म्यूजिक एल्बम लौंच किया.

  13. V.CP और V.C.R के ज़माने की बात है .दोपहर की गर्मी में लंच के समय सुनील शेट्टी औइ अजय देवगन की एक्शन फिल्मे 10-10 रुपये के"RENTED CASSETTE " में लाकर देखा करते थे . अक्सर बड़ा भाई छोटे भाई को साइकल में V.C.R लेन भेज देता था जो अपने पीछे बने CARRIER में भान्धकर लाता था " सुनो CASSETTE का रील जरूर चेक कर लेना कही घिसी वाली न दे दे"


  14. फॉरवर्ड SMS कितने इर्रीतेटिंग होते है 
    "true frinds are like flowers...." ."true friends are those....""when a girl smiles..." "when a guy says...."
    "life is like a boat...."
     फिर अंत में GOOD NIGHT वो भी कुछ इस तरह :"gnite" .


    सिर्फ एक sentence ही "hi ! antas , how are you?" आज भी बहुत अच्छालगता है . 

    कॉलेज में बिना पढ़े हे फॉरवर्ड कर दिया करता था आज बिना पढ़े ही डिलीट कर देता हूँ


  15. जब मै तुम्हे डाट कर खाना बनाने के लिए कहता हूँ तो तुम रोते रोते चुपचाप खाना तो बना लेती hoo पर खाने में नमक बहुत हो जाता है

  16. गली के beauty Parlours के नाम stereotypical होते है सपना beauty parlour, new ग्लामौर बोटी पार्लर, sangeeta beauty parlour .दरवाज़े पर फुलकारी वाले parde लगे होते है ताकि लडको की नज़र अन्दर baithi बाल straight कराने आई लड़की पर न जाये.खिडकियों पर प्रीटी जिनता , प्रियंका चोप्रा और रानी मुख़र्जी के bridal वेअर के पोस्टर्स लगे होते है .अन्दर बैठी इंतज़ार करती लड़की के पास दो options  होते है या तो वो स्टार plus देख ले या 

  17. अगर अल्लाह तुम्हारे साथ है तो तुम पकडे क्यों जाते हो ? कितने जोश और जस्बे के साथ तुम हम पर आक्रमण करते हो. कुछ भी नहीं सोचते, बस मारो या खुद मर कर मारो. सुस्ताते INSAS , AK-47 पकडे इंडियन FORCE भी अचंभित होकर घबरा जाती है, तुम्हारे इस पागलपन को देखकर. काश यही जोश और गर्मी हमारे जवानो में होती तो तुम अाज अल्लाह के पास होते.

  18. तुम कोई SKETCH YA DRAWING बना कर मुझे गुमान से दिखाती हो उसे मै हमेशा अच्छा ही कहता हूँ पर सच तो यह है की किसी भी बनाये गए SKETCH की नाक-मुंह सीधी नहीं (तुम्हारी तरह), लेकिन यह बात मै तुम्हे कैसे कहू


  19.  अक्सर सेलेक्ट सिटी में शराब की दुकान मै जाकर वोदका की PACKAGING देखता हूँ और उनके अनूठे PACKAGING को देख कर पागल हो उठता हूँ. दुकानदार मेरी ललचाई हुई नज़रो को देख कर यही सोचता है  रोज़ रोज़ आ जाता है अपनी प्यास क्यों नहीं बुझा लेता. आख़िरकार एक BOTTLE  पसंद आ  ही गयी . मैंने उसे आयुष को गिफ्ट किया कहा पीने के बाद खाली  BOTTLE दे देना.. ठंडा पानी भरूँगा FRIDGE  में. वोदका भी देखने में पानी जैसा ही तो है.

  20. तुम्हारे गालो पे बना हरी नसों का जाल और होटे पे बनी पतली पतली दारारो के बारे में सोचते हुए मैंने कई बार चावल जलाये है.


  21. मेरे घर के दरवाज़े पर एक गली का कुत्ता अक्सर बैठा रहता. जब भी बोर होता उसे hi कहता पर वह जवाब नहीं देता.. बीट रूड !
    SSss.. अ..शअ करके भगाता फिर भी नहीं भागता . एक दिन मै उसे काफी देर तक देखता रहा. नज़रो से नज़रे मिलाई.
    वह इतना conscious हुआ की वापस कभी नहीं आया

  22. तुमसे बात करते करते राष्ट्रगान बजने लगता है और तुम मुझे छोड कर किसी झुके हुए नारियल के पेढ़ की तरह खड़ी हो जाती हो. तुम्हारे गालों पे झूलते हुए पतले सुनहरे बाल भी खड़े हो उठते है .भाव-विहोर हो जाती हो. आखो में चमक आ जाती है. “जन गन मन अधिनायक जय है ” दबे हुए होटो से धीरे धीरे ...बोलती हो तो और भी सुन्दर लगती हो. राष्ट्रगान में रोमंतिसिस्म .  अच्छा लगता है


  23. तकिये में तुम्हारे आँसूओ की खूशबू.
    मेरे कंधे पे तुम्हारे चहेरे की हड्डी की गड़न.
    तुम्हारे अधुरे स्केत्चेस ..beatles के गानों में रमी तुम्हारी यादे. लोगो को बुरी तरह कुचलते हुए तुम्हारे गाड़ी चलाने का अंदाज़ और उसके बाद कहना " ऊप्स! ऍम सो सॉरी"
    अब अच्छा लगता है

  24. मेरे दादाजी के पास इतनी बड़ी लाठी थी के जब बारिश नहीं होती तो वो बादल को खनका खनका के बारिश करवाते थे . चिक्केन के शौकीन, हड्डी के उपर चड़ा मॉस खाने के बाद हड्डी के अन्दर जमे मॉस को भी चूस चूस कर खाते थे.

  25. अचानक से एहसास हुआ की मेरी उम्र हो चली है. Flirting भी subtle हो चुकीं है. वो फ़ोन नहीं करती तो मै नाराज़ नहीं होता कभी कभी "thank God " निकल जाता है.. बार बार चाय पिने का मन करता है..JOGGING से WALKING को बेहतर बताने लगा हूँ..मै वाकई में बाबु बन गया हूँ.

  26. तुम्हारे सुन्दर हाथ menu card के rate list को ढक कर यही कहते है : अब जो पसंद है बताओ मुझे


  27. घर की दीवार पर switzerland की पहाड़ीयो वाला पोस्टर या फलो की टोकरी वाला पोस्टर.. टीवी के ऊपर रखा landline फ़ोन. सोफे पर चडी पन्नी जिस पर बैठते ही जमी हुई हवा फुंकार मारकर बाहर निकलती है .जमीन पर " welcome" लिखा हुआ matt बिछा हुआ है. मुझे उन्नीस सो नबे (१९९०) का मद्यमवर्गीय घर का दृश्य नजर आ रहा है

  28. उम्र हो चली है.चीज़े इधर उधर रख कर भूल जाता हूँ. हाल में मैंने अपना तीन साल पुराना सोन ग्लास खोया ..gyming को हेमियत देना लगा हूँ..अकेलेपन का इन्वेस्टमेंट करने लगा हूँ. दोस्तो के फोटो का बेक up बनाता हूँ . कंप्यूटर की भी मेरी तरह उम्र होंने लगी है.

  29. कभी कभी दिल करता है की मै रिक्शा चलानेवाला होता कही भी जाओ , या न जाओ कोई deadlines नहीं होते. ladies सवारियों को समझना कीसी clients के design brief से समझना से कही ज्यादा आसान लगता

  30. तुम्हारे दोमुंहे बाल अच्छे लगते है ..Maggi में पढ़ जाये तो भी मुझे बुरा नहीं लगता. NOODLE समझ कर उसे भी निगल लेता हूँ पर शादी के बाद यह सब मुझे irritate करेंगे.

  31. तुम्हारे गालों पर पिम्पल्स आने के दिन खत्म होने को आये है, चहेरा काफी खाली खाली से लग रहा है .लाल, गुलाबी और न जाने कीन कीन रंगों से भरी  कील मुहासे अच्छी लगती थी तुम पर

  32. with all due respect Julia Robert के होठ इतने लम्बे है वह एक कान से दुसरे कान को छूते हुए से प्रतीत होते है

  33. थोडा तुम मुझ में हो थोडा मै तुम में हूँ

    तुम ने मेरे हर एक चीज़ को पसंद किया है ..यहाँ तक की मेरी बासी कविअताओ ( जिन में मात्राए भी गलत होती है) पर भी कमेंट्स किये है...
    सी पी के भीड़ भाड़ वाले सेंट्रल पार्क मै जब हम दोनों जाते है तो लगता है वहा सिर्फ तुम और मै हूँ ..और कोई नहीं ...
    तुम्हे देखते ही लाइफ SLOW MOTION में अा जाती है और बाकि चीज़े FAST FORWARD ( जो अक्सर फिल्मो में होता है) ...
    सुना है तुम ने अपने बाल STRAIGHT करा लिए है ...

  34. रात को जब बिजली चली जाती है, अन्धकार और सन्नाटा छा जाता है तब तकिये के नीचे तुम्हारी आवाज़ सुनायी देती है . मुझे पता है मेरे कान बज रहे है.

  35. राह चलते हर एक couples में तुम्हे और अपने आप को देखता हूँ ..
    तुम कभी भोली तो कभी कमीनी तो कभी खर्चिल्ली दिखती हो.
    सुबह सुबह ऑफिस के लिए जब अपने आप को बाथरूम में धकेलता हूँ तो सिंथोल में तुम्हे देखता हूँ,
    तुम कभी भरी भरी तो कभी गली गली दिखती हो.

  36. तुम में और मुझे में कितना अंतर है ...
    में किसी मै थके हुए बल्ब की मद्धम रोशनी मे..गर्मी में सढ़ रहा window 2000 हूँ और तुम किसी डिजाईन स्टूडियो के spotlight के निचे रखी हुई new apple mac system हो. तुम हर काम आसानी से कर लेती हो और मै जिन्दगी के हर राह मै अटक अटक कर चलता हूँ . तुम देखने मै कितनी सुन्दर और गोरी हो .
    तुम में और मुझे में कितना अंतर है .



  37. gtalk के खिड़की में तुम्हारा वेट कर रहा हूँ ..बाते बहुत लिखता हूँ पर इंटर दबाने से पहेले कण्ट्रोल a कण्ट्रोल x करना आदत बन गयी है..


  38. मन है कि तुम्हे मै साइकल पर आगे बिठाकर हर भरे जनपथ पर साथ घुमाऊ ..इंडिया गेट दिखाऊ साइकल चलाते चलाते जब में हाफ़ने लगू तो मेरे गर्म सासों कि आवाज़ तुम्हारे कानो में पहुचे .....हफ -फ -फ-हफ -फ -फ

  39. इस्त्री करने वाला ठीक मेरे घर के पास एक पेढ़ के नीचे इस्त्री करता था . रेडियो पर अक्सर ८० के दशक के गाना सुनता था.
    शीश
    ा हो या दिल हो आखिर टूट टूट जाता है ...." पेढ़ के नीचे कपडे प्रेस करने के कारण पेढ़ से गिरि पत्तिया मेरे पैंट से चिपक जाती थी.
    उसकी पत्नी भी बड़ी मरियल सी थी और देख कर लगता नहीं था कि ७ किलो का भारी भरकम कोयले का प्रेस उठा भी सकती है. ज्यादा देर उसे देखू तो
    डर लगता था कि कही प्रेस मेरे गाल से ना चिपका दे


  40. आज अपनी बड़ी बहेन को youtubing सिखा रहा था .
    पहेले तो कहा क्या खास है इसमें ...
    मैंने कहा इसमें हर video मिल जाता है
    अजी हा ?
    ऐसा थोड़ी ना होता है ...
    फिर उसने गाना मन में गुनगुनाया ...
    शायद मेरे आगे गाने में शर्मा रही थी ...
    फिर वही टाइप किया ...
    सलमान खान और नीलम के गाने
    माधुरी और आमिर खान के गाने
    शारुख और काजोल के गाने
    एक एक करके वही गाने स्क्रीन में आने लगे
    कितनी बड़ी बात थी ...उसके लिए
    जहा वो हर रविवार की सुबह रंगोली का इंतज़ार करती थी ....रात को जल्दी सो जाती थी ताकि सुबह रंगोली देख सके
    मुझे पहेले से बता कर रख थी की मुझे जरूर उठा देना .. एक भी गाना छूट जाये तो पूरा सन्डे ख़राब हो जाता था
    मानो वो आज आजाद है उस रविवार की सुबह से

  41. उनके किताब के पन्नो के बीच कागज़ का एक टुकड़ा छिपा कर रख देते.. रात को जब वो अपना बस्ता पढने के लिए खोलती तो उसे वो कागज़ का वह टुकड़ा मिलता जिसमे दिल की बात लिखी गयी है, तब जाकर शायद प्यार की नैय्या आगे बढ़ती .और अगर यह टास्क सुच्सस्स्फुल हो जाता ..या फिर वही रूक जाता ..

    रात को लड़के का "telephone" आता है.
    drawing रूम में बैठी निशा डैड को कहती " डैड बहुत दिन हो गए न्यूज़ नहीं देखा .
    अपनी बिटिया को आश्चर्य भरे नज़रो से देकते या फिर ऐसा कोई शो देखने का जिद करती जो वो पसंद नहीं करते और खुद ही उठ कर चले जाते है.
    अब वो telephone के बगल बैटी उसके कॉल का इंतज़ार करती है .
    घडी की दोनों सुईया आपस में मिल चुकी है पर कॉल नहीं आता .
    उधर लड़के को जो अक्सर( राज रवि अमित या सेम) होता है
    डर होता है की "telephone" उनके पिताजी उठानएंगे या उनकी स्वीटहॉट


    " सुनो तुम मुझे आज के बाद से अपने घर के नज़दीक "सिक्केवाले फ़ोन" से फ़ोन मत करना ..
    डैड ने कालर ईडी लगा दिया है..
    इसमें सब के नंबर आ जाते है .

    फिर लड़का कागज़ में पत्थर डाल कर उसके खिड़की की ओर फेकता है
    और टास्क successful हो जाता है ..या फिर वही रूक जाता है .


    काश उस ज़माने में मोबाइल होता . वह sms करता जो ठीक (निशा, रीमा या कह लीजिये रिधिमा) के जींस के पीछे वाले पोकेट में vibration करता -"स्वीट कैन वी टॉक ?


  42. टी.वी .में बाढ सूखे और भुखमरी की खबर सुनाती तुम बहुत सुन्दर दिखती हो



  43. राह चलते हर एक couples में तुम्हे और अपने आप को देखता हूँ ..
    तुम कभी भोली तो कभी कमीनी तो कभी खर्चिल्ली दिखती हो.
    सुबह सुबह ऑफिस के लिए जब अपने आप को बाथरूम में धकेलता हूँ तो सिंथोल में तुम्हे देखता हूँ
    तुम कभी भरी भरी तो कभी गली गली दिखती हो..


  44. तुम कभी समानता की बात करती हो
    तो कभी बदलाव की ...
    या कभी मर्दो से कंधे से कन्धा मिलाने की ...
    पर जब में कहता हूँ की आज सब्जी बाज़ार से तुम लाओ तो कह देती हो की तुम लड़के हो ..

    बस में खड़े खड़े में कितना भी थक जाऊ वो कभी सीट नहीं छोडती ..
    किसी थके हुए मर्द को ladies सीट में बैठा देख उसके मन में कभी दया की भावना नहीं आती और बड़े निर्ममता से उठा कर खुद बैठ जाती है..
    उसमे उसे अपनी जीत का एहसास होता है मानो कोई सिहासान हासिल कर लिया हो.
    नारी पथ भटक गयी है